"गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं " आईने से गुफ्तगू जारी रख

"गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं "
हलके लफ़्ज़ों से परहेज़ है रत्न.........शख्सियत को भारी रख ..........गुप्त रत्न 

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