गुप्तरत्न : क्यूं न गुरूर तेरा जल सका ,॥मेरी चाहतों में क्य...
गुप्तरत्न : क्यूं न गुरूर तेरा जल सका ,॥ मेरी चाहतों में क्य...: क्यूं न गुरूर तेरा जल सका , ॥ मेरी चाहतों में क्यूँ न वो आग थी , क्यूं न गुरूर इसमें तेरा जल सका ,॥ दुपहर भी रही,मेरे ग़मो... "गुप्तरत्न " "भावनाओं के समंदर मैं "