तुमने तो मुझे सदा विकल्पों मैं रखा


ग़ज़ल "गुप्त रत्न "हिंदी कवितायेँ :

गुप्त रत्न
तुमने तो मुझे...गुप्त रत्न तुमने तो मुझे सदा विकल्पों मैं रखा   मैंने तेरे सिवा कोई विकल्प न रखा / तुमसे जो शुरू हुयी वो ...


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