गुप्तरत्न : तुम्हारे गुरुर के आगे तो हार गए हम, तुम्हें तो सली...
गुप्तरत्न : तुम्हारे गुरुर के आगे तो हार गए हम, तुम्हें तो सली...: तुम्हारे गुरुर के आगे तो हार गए हम, तुम्हें तो सलीका सिखाने मैं हमारी उम्र गुज़र जाएगी मान लिया की बहुत चाहने वाले है ,तुम्हारे, मुझ जैसा...
"गुप्त रत्न "
" भावनाओं के समंदर मैं "
"गुप्त रत्न "
" भावनाओं के समंदर मैं "
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें