#GUPTRATN आपके लिए तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं ,





अगर ये बारिश तुम्हारे दिल को न भिगाए ,
तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं ,
अगर ये हवाएं मेरी याद न दिलाएं ,
तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं ,
किसी झील ,नदी के पानी में मेरा अक्स नज़र न आये ,
तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं ,
अगर रंगों में मेरा रंग नज़र न आये 
तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं ,
किसी की हंसी में गर में  न खिलखिलाऊं 
तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं ,
तेरी बातों में गर में न आऊँ ,
तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं ,
महफ़िल में न लगे गर तन्हाई ,
मेरा इंतजार न हो,हर आहट पे न लगे की कहीं मैं तो नहीं आई 
तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं ,
बहुत चाहने वाले है तेरे ,जब  मिलो उनसे और में न होके  भी बीच न आऊँ ,
तेरे दिल -दिमाग को में  मेरी ही तरह न उलझाऊँ ,
तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं 
तेरी हर गीत ,तेरी ही आवाज़ में न गाऊँ ,
तो सोच लेना की ,हाँ .......मुझसे प्यार नहीं 

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