इश्क़ है ?"न" कहके तुमसे, दुनिया के आगे खुदको अंजान कर लिया /
अब खुदको बहलाने का ,हमने कुछ और इंतजाम कर लिया /
चल रहे थे चर्चे ,तेरे दर्द के तेरी गली में ,
सुनके हमने भी ,दिल को थोडा सा परेशान कर लिया /
दवा हो नही सकते थे ,पर दुआ का काम कर दिया ,
खुदा के आगे सर झुका के वो सज़दा तेरे नाम कर दिया /
जो तेरी मर्ज़ी है बेरुखी , तो अब इस पे भी तेरा "मान "कर लिया ,
हमने भी चुपके चुपके ,दिल में रुख बदलने का एलान कर दिया /
हमने भी करना "इकरार ",बंद अब खुल-ए-आम कर दिया ,
इश्क़ है ?"न" कहके तुमसे ,दुनिया के आगे खुदको अंजान कर लिया /
हर चीज़ की ऊम्र तय है ,इस किस्से का भी तय अंजाम कर लिया ,
चढ़ चुका था जो ,उस इश्क़ ने अब उतरना शुरू ढ़लान कर दिया /
Nice one
जवाब देंहटाएंDhnyawad ji
जवाब देंहटाएंati sundar
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