"गुप्तरत्न " : तेरा दिल दुखाना यूँ ,कभी मेरा इरादा न रहा,पर रखूं...

"गुप्तरत्न " : तेरा दिल दुखाना यूँ ,कभी मेरा इरादा न रहा,
पर रखूं...
: तेरा दिल दुखाना यूँ ,कभी मेरा इरादा न रहा, पर रखूंगी दिल हमेशा, ये भी कभी वादा न रहा ll कभी हो सकें तो समझना मेरे ज़ज्बातों को ज़रा, सोचन...

"गुप्त रत्न "" भावनाओं के समंदर मैं "

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