"गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं "

अगर इंसान नक़ल करके अपनी कीमत बढ़ा,पाता ,तो आज 25 पैसे मैं हर गली नुक्कड़ की दुकान मैं फोटोकॉपी न होती।
या ज़ेरॉक्स करने वाला मालामाल होता।
अपने विचारो को कीमत दे और दुसरो के विचारो को समझे और सम्मान ।
शुभप्रभात,

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