देखंगे अब , फिर हम कब मिलेंगे ,
पुकारा जहाँ हमें ,वहा खड़े मिलेंगे ,
वफ़ा भी तेरे हाथ मैं , दगा भी तेरे हाथ मैं ,
तू ही जाने , मुक्कदर मैं हमें क्या मिलेंगे
छोड़ते है फैसला अब ये तेरे हाथ मैं,
की तुझे हम मिलेंगे या न मिलेंगे ,
पुकोरेंगे हमें जहाँ वहाँ,हम मिलेंगे ,
तुझसे ही है मेरी ज़िन्दगी मैं रौशनी ,
जानते है की ,हमें अँधेरे ही मिलेंगे ,
मरना मुमकिन नहीं किसी के वास्ते ,
गर जिए तेरे वगैर तो दर्द ही मिलेंगे ,
हम तो बावफ़ा है ,वफ़ा ही करेंगे ,
देखें वफ़ा के सिले हमें क्या मिलेंगे ,
पुकारोगे हमें जहाँ वहां हम मिलेंगे ,
देखेंगे फिर हम मिलेंगे या  न मिलेगें

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