जख्म भी तुमने दिया ,मलहम भी तुम्हारा,
आँशु भी तुमने दिए ,कांधा भी तुम्हारा ,
मुझ पर लगाया है दावँ ये , तुमने
चाल भी तुम्हारी ,खेल भी तुम्हारा ,
मैंने तो की थी , दोस्ती श्वेत -श्याम से ,
रंग तुमने दिए ,इंद्रधनुष भी तुम्हारा ,
मैंने तो कह दिया चलने को साथ ,
मंज़िले तुम्हारी ये रास्ता भी तुम्हारा ,
उस खुदा की मंज़ूरी है तेरा साथ ,
चाहत तुम्हारी है ये ,सहारा तुम्हारा /
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