गुप्तरत्न : देखो अब तो मौसम भी बदलने लगा है ,कुछ तुम्हारा ,कु...
गुप्तरत्न : देखो अब तो मौसम भी बदलने लगा है , कुछ तुम्हारा ,कु... : देखो अब तो मौसम भी बदलने लगा है , कुछ तुम्हारा ,कुछ हमारा दिल भी बदलने लगा है ll सर्द मौसम सी मुहब्बत जमी रही दिल मैं , अब तेरी बेरुखी ... "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं "