गुप्तरत्न : वक़्त देना होगा मुझे ........होश ले जाता है रत्न के...
गुप्तरत्न : वक़्त देना होगा मुझे ........होश ले जा ता है रत्न के...: वक़्त देना होगा ,मुझे पढ़ने, दिल मेरा एक अध्याय नही ,पूरी किताब है , कभी पूरा न हो सकेगा, मेरी मुहब्बत, ब्याज पर चलने वाला वो... "गुप्तरत्न " "भावनाओं के समंदर मैं "