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गुप्तरत्न : "गुप्त रत्न" हिन्दू,मुस्लिम,सिख इसाई सब इसकी शान ह...

गुप्तरत्न : "गुप्त रत्न" हिन्दू,मुस्लिम,सिख इसाई सब इसकी शान ह... : "गुप्त रत्न " "भावनाओं के समंदर मैं " गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं " स्वतन्त्रता दिवस के उपलक्... "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं "

गुप्तरत्न : भावनायों के समन्दर मैं आपके लिए गुप्तरत्न 

गुप्तरत्न : भावनायों के समन्दर मैं आपके लिए गुप्तरत्न  : भावनायों के समन्दर मैं आपके लिए गुप्तरत्न  "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं "

गुप्तरत्न : "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं "नज़रों का ध...

गुप्तरत्न : "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं " नज़रों का ध... : "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं " नज़रों का धोखा है धुंध का ज़माना है, अपनी गलती कौन सुने ऐसा ही ज़माना है ll... "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं "

गुप्तरत्न : तुम्हारे गुरुर के आगे तो हार गए हम, तुम्हें तो सली...

गुप्तरत्न : तुम्हारे गुरुर के आगे तो हार गए हम, तुम्हें तो सली... : तुम्हारे गुरुर के आगे तो हार गए हम,  तुम्हें तो सलीका सिखाने मैं हमारी उम्र गुज़र जाएगी  मान लिया की बहुत चाहने वाले है ,तुम्हारे, मुझ जैसा... "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं "

अपनी गलती कौन सुने ऐसा ही ज़माना ...

गुप्तरत्न : "गुप्त रत्न "" भावनाओं के समंदर मैं " नज़रों का ध... : "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं " नज़रों का धोखा है धुंध का ज़माना है, अपनी गलती कौन सुने ऐसा ही ज़माना ... "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं "

न जाने जहाँ कोई हमें,साथ तेरे ऐसी ही जगह जाना हैll

"गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं " न जाने जहाँ कोई हमें,साथ तेरे ऐसी ही जगह जाना हैll  न ज़रों का धोखा है धुंध का ज़माना है, अपनी गलती कौन सुने ऐसा ही ज़माना है ll माना की तेरे चाहने वाले कम नहीं, क्या कोई मुझसा तुम्हे चाहेगा,तुमको ही ये बताना है ll कडवाहट जुवान तक हो तो ठीक भी , मिजाज़ बन जाएँ जब ये,तो मुश्किल फिर निभाना है ll तेरी आवाज़ मैं नशा या आँखों मैं ज़्यादा, बता अब काम ये तेरा ही, मुझको समझाना है ll सही है , दोस्त कहे भी तो तुम्हे कैसे? तुम्हारा तो शौक है दुश्मनों की तरह हमें सताना है ll दिल की मजबूरी देखो मेरी भी "रत्न" दोस्त छोड़कर इसको दुश्मन की ही याद आना है ll म शहूर हो लोग जानते है तुम्हे , न जाने जहाँ कोई हमें,साथ तेरे ऐसी ही जगह जाना हैll

गुप्तरत्न : बहुत डूबी हूँ बहुत डूबीं हूँ , तुममे लफ्जों मैं इत...

गुप्तरत्न : बहुत डूबी हूँ बहुत डूबीं हूँ , तुममे लफ्जों मैं इत... : बहुत डूबी हूँ बहुत डूबीं हूँ , तुममे लफ्जों मैं इतनी तब ये गहराइयाँ आयी है ,ll सर पे सूरज था तो साथ न था कोई , उतरा जो सू... "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं "