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#guptratn shayri

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"गुप्तरत्न " "भावनाओं के समंदर मैं "

Guptratn: इश्क़ है ?"न" कहके तुमसे, दुनिया के आगे खुदको अंजान...

Guptratn: इश्क़ है ?"न" कहके तुमसे, दुनिया के आगे खुदको अंजान... : ऊब  गए,धूप छावं के इस खेल से अब,कि अब खुदको  बहलाने का ,हमने कुछ और इंतजाम कर लिया / चल रहे थे चर्चे ,तेरे दर्द के तेरी गली में , सुनके हमने...

इश्क़ है ?"न" कहके तुमसे, दुनिया के आगे खुदको अंजान कर लिया /

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ऊब  गए,धूप छावं के इस खेल से अब,कि अब खुदको  बहलाने का ,हमने कुछ और इंतजाम कर लिया / चल रहे थे चर्चे ,तेरे दर्द के तेरी गली में , सुनके हमने भी ,दिल को थोडा  सा परेशान  कर लिया / दवा हो नही सकते थे ,पर दुआ का काम कर दिया , खुदा के आगे सर झुका के वो सज़दा तेरे नाम कर दिया / जो तेरी मर्ज़ी है बेरुखी , तो अब  इस पे भी तेरा "मान "कर लिया , हमने भी चुपके चुपके ,दिल में रुख बदलने का एलान कर दिया / हमने भी करना  "इकरार ",बंद अब खुल-ए-आम कर दिया , इश्क़ है ?"न" कहके तुमसे ,दुनिया के आगे खुदको अंजान कर लिया / हर चीज़ की ऊम्र तय है ,इस किस्से का भी तय अंजाम कर लिया , चढ़ चुका था जो ,उस इश्क़ ने अब उतरना शुरू ढ़लान कर दिया /

Guptratn: पिता

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Guptratn: पिता : "गुप्तरत्न " "भावनाओं के समंदर मैं " दिनभर मेहनत की आग में जलता है , अपना सुख चैन सब एक किनारे रखता है / तब कही बेटे के ... https://draft.blogger.com/blog/page/edit/4696555860969717029/3353985894091161252 https://draft.blogger.com/blog/page/edit/46965558 60969717029/3353985894091161252

Guptratn: तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं ,

Guptratn: तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं , : अगर ये बारिश तुम्हारे दिल को न भिगाए , तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं , अगर ये हवाएं मेरी याद न दिलाएं , तो सोच लेना की मुझसे प्यार नहीं , ... https://draft.blogger.com/blog/post/edit/4696555860969717029/1237466232579035144 https://draft.blogger.com/blog/post/edit/4696555860969717029/1237466232579035144