"गुप्त रत्न " : "गुप्त रत्न "पत्थर सा दिल, ये मोम बन...:  पत्थर सा दिल, ये मोम बना, पिघल रहा है कतरा-कतरा। आग लगी ये तेरी नज़रो से ,जल रहा तू भी कतरा-कतरा। ...


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