आपके लिए पत्थर सा दिल, ये मोम बना, पिघल रहा है कतरा-कतरा।

पत्थर सा दिल, ये मोम ब...: " सा दिल, ये मोम बना, पिघल रहा है कतरा-कतरा। आग लगी ये तेरी नज़रो से ,जल रहा तू भी कतरा-कतरा। ...


पत्थर सा दिल, ये मोम बना, पिघल रहा है कतरा-कतरा।

आग लगी ये तेरी नज़रो से ,जल रहा तू भी कतरा-कतरा।

माना की मैं बैचैन बहुत,तड़प रहा पर तू भी कतरा-कतरा।

माना ,मुझको होश नहीं,बहक रहा पर तू भी कतरा-कतरा।

रोक रहे है मिलकर दोनों,मचला दिल फिर भी कतरा-कतरा।

बेकाबू हो चला है दिल अब ,संभाल रहे हम कतरा-कतरा।

गुप्त रत्न

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