"गुप्त रत्न ": मेरा सब्र  जवाब अब दे रहां है ,गुज़ारिश है यू...

"गुप्त रत्न ":




मेरा सब्र  जवाब अब दे रहां है ,
गुज़ारिश है यू...
: मेरा सब्र  जवाब अब दे रहां है , गुज़ारिश है यूँ मेरी न जान ले // नही आता हाल-ए-दिल बयां करना , ख़ामोशी का यूँ मेरी न इम्तिहान ले ,//...

"गुप्त रत्न "" भावनाओं के समंदर मैं "

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