"गुप्त रत्न "हिंदी कवितायेँ "एक दिन कभी यूँ भी होगा ...

"गुप्त रत्न "हिंदी कवितायेँ :

एक दिन कभी यूँ भी होगा ...
: एक दिन कभी यूँ भी होगा , हम होंगे तुमे होंगे . धीमी -२ चल रही होंगी हवाएँ, और छाया बादलो ,का झुण्...


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