"गुप्त रत्न ": तेरी बरूखी ने एहसान कर दिया,मेरा वक़्त मेरे ही ना...
"गुप्त रत्न ": तेरी बरूखी ने एहसान कर दिया,
मेरा वक़्त मेरे ही ना...: तेरी बरूखी ने एहसान कर दिया, मेरा वक़्त मेरे ही नाम कर दिया // मत रख इस क़दर कफस मैं ,अब दिल ने बगावत का एलान कर दिया // तेरी ही शक्ल ...
"गुप्त रत्न "" भावनाओं के समंदर मैं "
मेरा वक़्त मेरे ही ना...: तेरी बरूखी ने एहसान कर दिया, मेरा वक़्त मेरे ही नाम कर दिया // मत रख इस क़दर कफस मैं ,अब दिल ने बगावत का एलान कर दिया // तेरी ही शक्ल ...
"गुप्त रत्न "" भावनाओं के समंदर मैं "
टिप्पणियाँ
एक टिप्पणी भेजें