"गुप्त रत्न ": थोडा तो रंग आँखों मैं भरने दो,दिल जो चाहता,वो तो ...

"गुप्त रत्न ": थोडा तो रंग आँखों मैं भरने दो,
दिल जो चाहता,वो तो ...
: थोडा तो रंग आँखों मैं भरने दो, दिल जो चाहता,वो तो करने दो। बहुत ज़्यादा है,तेरी मुहब्बत की कैद थोडा तो मुझे खुली हवा मैं उड़ने दो। बेशक...

"गुप्त रत्न "" भावनाओं के समंदर मैं "

टिप्पणियाँ