"गुप्त रत्न " भावनायों के समन्दर मैं : तो मेरा नाम नहीअसर हो रहा, थोडा-थोडा दिल पर अभी...

"गुप्त रत्न " भावनायों के समन्दर मैं : तो मेरा नाम नही

असर हो रहा, थोडा-थोडा दिल पर अभी
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: तो मेरा नाम नही असर हो रहा, थोडा-थोडा दिल पर अभी तुमको दीवाना न बना के छोड़ा , तो मेरा नाम नही // यूँ तो बहुत सफ़र किया,तूने हुस्न-ए-बस...

"गुप्त रत्न "" भावनाओं के समंदर मैं "

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