"गुप्त रत्न "हिंदी कवितायेँ",: गुप्त रत्न "ख़ामोशी की गहराई मैं"अर्जुन की तरह सो...

गुप्त रत्न "हिंदी कवितायेँ",
अर्जुन की तरह सो...
: गुप्त रत्न "ख़ामोशी की गहराई मैं" अर्जुन की तरह सोच मैं डूबी थी, सामने अपने है,तरकश से तीर निकालूं कैसे चलाने के लिए// युद्ध ...

गुप्त रत्न "हिंदी कवितायेँ",

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