"गुप्तरत्न " भावनाओं के समन्दर मैं": तू ही बता खुद को समझाएं कैसे lये तड़प दिल की,तुम...

"गुप्तरत्न " भावनाओं के समन्दर मैं":

तू ही बता खुद को समझाएं कैसे l
ये तड़प दिल की,तुम...
: तू ही बता खुद को समझाएं कैसे l ये तड़प दिल की,तुम्हे बताएं कैसे ll खेल रहे है, इस क़दर मेरे दिल से l तेरी तरह हम भी,तुझे सताएं कैसे ll सवाल...

"गुप्त रत्न "" भावनाओं के समंदर मैं "

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