"गुप्त रत्न " "तेरे सीने से लिपटने का मन है करता, बोलूं कैसे?

"गुप्त रत्न " भावनाओं के समन्दर मैं : "गुप्त रत्न "" भावनाओं के समंदर मैं "

तेरे सीने स...
: "गुप्त रत्न " " भावनाओं के समंदर मैं " तेरे सीने से लिपटने का मन है करता, बोलूं कैसे?बदनामी से दिल है डरता,// क्या...

"गुप्त रत्न "" भावनाओं के समंदर मैं "

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